सर्वे भवन्तु सुखिनः।
सर्वे सन्तु निरामयाः।
सर्वे भद्राणि पश्यन्तु।
मा कश्चित् दुःख भाग्भवेत्॥
ॐ शान्तिः शान्तिः शान्तिः॥
May All Be Prosperous and Happy
May All Be Free from Illness
May All See What Is Spiritually Uplifting
May No One Suffer In Any Way
Om Peace, Peace, Peace .
मुक्तियाँ विश्व शांति, सुख सम्रद्धि ट्रस्ट द्वारा अरिहंत भगवंतों के 1008 गुणों पर आधारित पूरे विश्व में लोक कल्याण तथा जनहित के प्रतीक 1008 समवशरण सेवा मंदिर संस्थानों की स्थापना किया जाना है.ये सभी समवशरण सेवा मंदिर संस्थान भव-समुद्र में भटक रहे प्रत्येक व्यक्ति को लाईट हाउस की तरह मार्ग-दर्शक बन कर उसे उसके सहजानंदी शुद्ध स्वरूपी चैतन्य प्रभो भगवान आत्मा के ज्ञान का दिव्य-प्रकाश देते रहेंगे. इन सभी समवशरण सेवा मंदिर संस्थानों के निम्न उद्देश्य तथा कार्य होंगे –